
Health Desk: हम सभी समय-समय पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं। कभी खुशी, कभी दुख और कभी गुस्सा – ये सभी फीलिंग्स हमारे मन और शरीर को प्रभावित करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गुस्सा करना सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि आपके दिल (Heart) के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है?
जी हां, गुस्सा आपके दिल पर भारी पड़ सकता है और हार्ट अटैक के खतरे को भी बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं कि गुस्सा कैसे सेहत को नुकसान पहुंचाता है।
गुस्सा और हार्ट डिजीज का संबंध
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, गुस्से जैसी नेगेटिव फीलिंग्स हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ा सकती हैं।
जब हम गुस्सा करते हैं, तो शरीर में एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन तेजी से बढ़ जाते हैं। इसका असर:
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ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है
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हार्ट रेट तेज हो जाती है
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खून जमने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है
ये सभी फैक्टर्स मिलकर दिल के दौरे (Heart Attack) का कारण बन सकते हैं।
साल 2022 की एक समीक्षा में भी पाया गया कि गुस्सा और डिप्रेशन दोनों ही हार्ट डिजीज का रिस्क बढ़ाते हैं और दिल से जुड़ी बीमारियों के बाद रिकवरी को धीमा कर देते हैं।
गुस्से का शरीर पर असर
1. इम्यून सिस्टम पर असर
बार-बार गुस्सा करने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इसकी वजह से शरीर संक्रमण और बीमारियों के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाता है।
2. पाचन तंत्र पर असर
गुस्से के समय स्ट्रेस हार्मोन पाचन को बिगाड़ देते हैं। इसका नतीजा होता है:
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पेट दर्द
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एसिड रिफ्लक्स
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इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS)
3. मांसपेशियों पर असर
गुस्सा शरीर की मांसपेशियों को लगातार टेंशन में रखता है। इससे:
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सिरदर्द
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गर्दन और पीठ दर्द
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मस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर
4. दिल पर असर
गुस्से के समय कैटेकोलामाइन हार्मोन रिलीज होता है, जिससे:
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हार्ट रेट बढ़ जाती है
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ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है
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दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है
गुस्से पर काबू कैसे पाएं?
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डीप ब्रीदिंग और मेडिटेशन करें
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गुस्से के समय खुद को शांत करने के लिए 10 सेकेंड रुकें
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नियमित एक्सरसाइज करें
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हेल्दी डाइट और पर्याप्त नींद लें
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जरूरत पड़े तो मनोचिकित्सक या काउंसलर से सलाह लें